संवाददाता (दिल्ली) अमेज़न इंडिया ने देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रति अपनी वचनबद्धता को और अधिक मजबूत बनाने के लिए महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ अपने साझेदारी की आज घोषणा की। अमेज़न इंडिया ने घोषणा की थी कि वर्ष 2025 तक भारत में अपने डिलिवरी व्हीकल्स की फ्लीट में 10,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) शामिल करेगा। ये ईवी, अमेज़न द्वारा क्लाइमेट प्लेज (जलवायु संकल्प) पर हस्ताक्षर करने के समय वर्ष 2030 तक डिलिवरी फ्लीट में 100,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स शामिल करने के वैश्विक संकल्प के अलावा हैं। महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ की गयी यह साझेदारी ई-मोबिलिटी इंडस्ट्री में भारत की प्रगति की दिशा में बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, ताकि इसके टिकाऊ पर्यावरण लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।
महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर वाहनों को अब तक सात बड़े शहरों – बेंगलुरू, नई दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर और लखनऊ में अमेज़न इंडिया के डिलिवरी सर्विस पार्टनर्स के नेटवर्क में उपयोग के लिए तैनात किया जा चुका है। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय ई-मोबिलिटी इंडस्ट्री में हुई महत्वपूर्ण प्रगति ने उन्नत तकनीक, और बेहतरीन मोटर एवं बैटरी कंपोनेंट्स के निर्माण को बल दिया है। इसके अलावा, सरकार द्वारा भी देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है और जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं, जैसे कि ‘गो इलेक्ट्रिक’। साथ ही, फेम 2 पॉलिसी के साथ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को स्थापित करने की दिशा में बढ़ाये गये कदमों से कंपनी को भारत में ईवी के अपने सपने को गति व स्वरूप देने में मदद मिली है। अमेज़न इंडिया की फ्लीट में इन इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया जाना, टिकाऊ आत्मनिर्भर भारत हेतु इलेक्ट्रिक मोबिलिटी एवं ‘मेक इन इंडिया’ ईवी पर भारत सरकार के प्रयासों का पूरक भी है।
नितिन गडकरी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री, भारत सरकार ने कहा, ”स्वच्छ ऊर्जा द्वारा चालित स्वच्छतापूर्ण आवागमन, जलवायु परिवर्तन से बचाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कारक है। अमेज़न इंडिया और महिंद्रा इलेक्ट्रिक के बीच हुई यह साझेदारी स्वागत-योग्य कदम है, जो ई-मोबिलिटी इंडस्ट्री में भारत की महत्वपूर्ण प्रगति की पुष्टि करता है और हमारे टिकाऊ पर्यावरण लक्ष्यों को हासिल करने में ऑटो निर्माताओं एवं ई-कॉमर्स कंपनियों की भूमिका को रेखांकित करता है। हमें विश्वास है कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के उपयोग को प्रोत्साहन देने हेतु सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों, और नीतिगत उपायों द्वारा समर्थित इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने की दिशा में बढ़ाये गये कदमों से और भी कंपनियों को ई-मोबिलिटी को अपनाने में मदद मिलेगी। भारत की शानदार पब्लिक-एवं प्राइवेट-सेक्टर लीडरशिप, उद्यमिता संस्कृति, विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की क्षमता, और आईटी एवं विनिर्माण कौशलों के अनूठे समन्वय से हम एडवांस्ड मोबिलिटी समाधानों में दुनिया में अग्रणी स्थान हासिल कर सकेंगे।”
सितम्बर 2019 में, अमेज़न, क्लाइमेट प्लेज का पहला हस्ताक्षरकर्ता बन गया, जिसमें कहा गया है कि कंपनी, पेरिस समझौता के 2050 के लक्ष्य से एक दशक पहले ही 2040 में अपने व्यवसायों में शुद्ध शून्य कार्बन का लक्ष्य हासिल कर लेगी। ‘द क्लाइमेट प्लेज’ से जुड़कर और कम समय में कार्बन घटाने के लिए सहमति देकर, हस्ताक्षरकर्ता निम्न-कार्बन उत्पादों एवं सेवाओं के विकास में निवेश बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे जिससे कंपनियों को प्रतिज्ञा पूरा करने में मदद मिलेगी। द क्लाइमेट प्लेज प्रतिबद्धता के समर्थन में 2040 तक कार्बन-शून्य होने के संकल्प के मद्देनजर, 2022 तक 10,000 अमेज़ॅन कस्टम इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहन और वर्ष 2030 तक 1,00,000 अमेज़ॅन कस्टम इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहन दुनिया भर में ग्राहकों की सेवा में सड़क पर होंगे।
नितिन गडकरी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री, भारत सरकार ने कहा, ”स्वच्छ ऊर्जा द्वारा चालित स्वच्छतापूर्ण आवागमन, जलवायु परिवर्तन से बचाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कारक है। अमेज़न इंडिया और महिंद्रा इलेक्ट्रिक के बीच हुई यह साझेदारी स्वागत-योग्य कदम है, जो ई-मोबिलिटी इंडस्ट्री में भारत की महत्वपूर्ण प्रगति की पुष्टि करता है और हमारे टिकाऊ पर्यावरण लक्ष्यों को हासिल करने में ऑटो निर्माताओं एवं ई-कॉमर्स कंपनियों की भूमिका को रेखांकित करता है। हमें विश्वास है कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के उपयोग को प्रोत्साहन देने हेतु सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों, और नीतिगत उपायों द्वारा समर्थित इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने की दिशा में बढ़ाये गये कदमों से और भी कंपनियों को ई-मोबिलिटी को अपनाने में मदद मिलेगी। भारत की शानदार पब्लिक-एवं प्राइवेट-सेक्टर लीडरशिप, उद्यमिता संस्कृति, विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की क्षमता, और आईटी एवं विनिर्माण कौशलों के अनूठे समन्वय से हम एडवांस्ड मोबिलिटी समाधानों में दुनिया में अग्रणी स्थान हासिल कर सकेंगे।”
सितम्बर 2019 में, अमेज़न, क्लाइमेट प्लेज का पहला हस्ताक्षरकर्ता बन गया, जिसमें कहा गया है कि कंपनी, पेरिस समझौता के 2050 के लक्ष्य से एक दशक पहले ही 2040 में अपने व्यवसायों में शुद्ध शून्य कार्बन का लक्ष्य हासिल कर लेगी। ‘द क्लाइमेट प्लेज’ से जुड़कर और कम समय में कार्बन घटाने के लिए सहमति देकर, हस्ताक्षरकर्ता निम्न-कार्बन उत्पादों एवं सेवाओं के विकास में निवेश बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे जिससे कंपनियों को प्रतिज्ञा पूरा करने में मदद मिलेगी। द क्लाइमेट प्लेज प्रतिबद्धता के समर्थन में 2040 तक कार्बन-शून्य होने के संकल्प के मद्देनजर, 2022 तक 10,000 अमेज़ॅन कस्टम इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहन और वर्ष 2030 तक 1,00,000 अमेज़ॅन कस्टम इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहन दुनिया भर में ग्राहकों की सेवा में सड़क पर होंगे।
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